भारतीय केन्द्रीय बजट
आम आदमी को केंद्र सरकार द्वारा तैयार किये जाने
वाले
बजट से कुछ न कुछ
अपेक्षाएं जरुर होती है। आइए आज जाने हम भारतवर्ष के केन्द्रीय बजट को। .....
मैं डॉ. नीरज मील केन्द्रीय बजट क्या है, को इस प्रकार से रखने का प्रयास
करूँगा ताकि यह हर किसी के आसानी से समझ में आ सके। केंद्रीय सरकार एक वितीय वर्ष (1अप्रेल से अगले वर्ष
की 31 मार्च तक की अवधि) के लिए भारत सरकार की आमदनी और खर्च
का ब्यौरा होता है। अर्थात्
"यह एक ऐसा दस्तावेज है जो प्राप्तियों-व्ययों, राजस्व घाटे, प्रभावी राजस्व घाटे तथा प्राथमिक घाटे को दर्शाने के साथ-साथ प्राप्तियों के स्रोतों उनके अनुप्रयोगों तथा केन्द्रीय व राज्य परिव्यय व योजना एवं कार्यक्रम पर आबंटन की उचित व्याख्या करता है।"
बजट के दो हिस्से होते हैं। यथा - राजस्व बजट व पूंजी बजट।
राजस्व बजट - इसमें सभी प्रकार के करों और अन्य स्रोतों से सरकार की राजस्व प्राप्तियां और उसके खर्च शामिल होते हैं। आयकर, कोर्पोरेट टैक्स, एक्साइज, कस्टम्स व अन्य शुल्क कर राजस्व का हिस्सा हैं। गैर कर राजस्व में ऋणों पर ब्याज, सार्वजनिक प्रतिष्ठानों का लाभांश आदि शामिल हैं। सरकारी विभागों को चलने का खर्च राजस्व व्यय कहलाता है।
पूंजी बजट- इसमें पूंजी प्राप्तियों और भुगतान को शामिल किया जाता है। केन्द्रीय बैंक(RBI) और खजाने के लिए ऋण, विदेशों से प्राप्त ऋण, विशेष जमाओं, भविष्य निधि कोष तथा सार्वजानिक प्रतिष्ठानों की अंश पूंजी के विनिवेश से प्राप्त धन को शामिल किया जाता है।
SOURCE URL
1.http://budgetlive.nic.in/images/14.jpg
2.https://www.commonfloor.com/guide/wp-content/uploads/2015/01/Budget-2015.jpg
3.https://developmentcentral.files.wordpress.com/2013/07/green-rupee.jpg
4.http://content.indiainfoline.com/_media/iifl/img/article/2016-02/24/full/1456310594-0614.jpg
5.http://www.bajet.com.my/wp-content/uploads/2015/10/Budget-breakdown-20161.jpg
6.http://www.thehansindia.com/assets/6121_Budget.jpg
Any Error? Report to Us
Disclaimer: We cannot guarantee the information is 100% accurate.
No comments:
Post a Comment