Thursday, 6 October 2016

Soya milk: Method, Benefit, and Nutrition Value सोया दूध :विधि, फायदे, और पोषक तत्व

                     
                                                            - डॉ. नीरज मील 
       सोया दूध पीने में थोडा सा अलग जरुर होता है क्योंकि हमने आज तक केवल जानवरों या मनुष्य का दूध ही टेस्ट किया है लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से सोया मिल्क काफी अच्छा और गाय या भैस या अन्य जानवरों के दूध से कही ज्यादा बेहतर है दुनिया भर के रिसर्च अब तक हो चुके है और वर्तमान में भी जारी है। सोया दूध के कई फायदे है जैसे -
  1. यह दूध आर्थिक दृष्टि से सस्ता पड़ता है। भारत जैसे देश में इसके 1 किलो दूध की कीमत 15 रुपये तक आती है जिसमें इसे बनाने वाले की मजदूरी भी शामिल है । दूसरी तरफ भैस और गाय का दूध क्रमशः 45 रूपए व 30 रूपए तक देने पड़ते है ।
  2. जो पोषक तत्व सोया मिल्क में होते है उन्हें मानव शरीर आराम से सामान्य दिनचर्या से भी पचा सकता है जबकि जानवरों के दूध को को पचाने के लिए अतिरिक्त मेहनत की जरूरत होती है ।
  3. सोया  मिल्क  व भैस के दूध में पोषक तत्वों  की  तुलना  को  निम्न सारणी से व्यक्त  किया  जा सकता  है -



सोया दूध की विधि 

सामग्री -
सोयाबीन दाने - 130 ग्राम
पानी दूध हेतु - 1.5 लीटर 
अन्य सामग्री -
अतिरिक्त पानी - 1 लीटर 

विधि -
1. सोयाबीन का दूध बनाने के लिए सबसे पहले सोयाबीन के दानो को 8-12 घंटों के लिए भिगो दे। 
2. भीगने के बाद इन्हें साफ़ पानी से धो ले।
3. एक बर्तन में आधा लीटर पानी उबाल ले एवं गैस बंध कर दे। 
4. अब इस उबले हुए पानी में भीगी हुई सोयाबीन को डालकर एक प्लेट से ढक कर १० मिनट के लिए रख दे । 
5. अब इन सोयाबीन के दानो को मसल ले और इनके ऊपर का आवरण/झिली उतर कर पानी के ऊपर तैरने लगेगी जिसे बाहर निकलकर पशुओं को खिला दे। 
6. आधा लीटर पानी और डालकर सोयाबीन पानी के ऊपर तैर रहे बच्चे-खुचे छिलकों को भी अलग कर दे। सोयाबीन को एक अलग बर्तन में निकल ले।   
7.अब मिक्सर में इन्हें ग्राइंड कर ले अच्छी तरह से। 
8.ग्राइंड किये हुए सोयाबीन को 1.5 लीटर पानी में डालकर मिक्सर में ब्लेंड कर ले।  
9.ब्लेंड करने के बाद जो पेय आएगा उसे एक बर्तन में डालकर धीमी आंच पर इसे उबाल ले। 
10.उबाल के दौरान आये झागों को झर से बाहर निकल ले। लेकिन ध्यान रहे कि उबाल के दौरान चमचा घुमाते रहे ताकि सोयाबीन बर्तन के ना लगे। 
11.जब अच्छी तरह से उबाल आ जाए तब इसे पनीर कपडे से छान ले जो पेय होगा वह सोया दूध है। 
12.इस सोया दूध को ठंडा कर 3-4दिनों तक फ्रिज में रखकर काम में लिया जा सकता है ।
13.जो कपडे में आटे जैसा (गीला पाउडर) होता है उसे ओकारा कहते है।  
14.इस ओकारा को आटे में मिलाकर रोटी बनानी चाहिए क्योंकि इस ओकारा में भी पोषक तत्व काफी मात्र में रहते है जो सुपाच्य भी हैं।
15.इस दूध से पनीर या दही भी बनाया जा सकता है, जिसकी विधि के लिए बने रहे मेंरे संग।अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे 


Now Enjoy the Life, Enjoy the health and be Healthy.- Dr. Neeraj Meel

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